बिहार: नवादा में दबंगों का आतंक, महादलित बस्ती में लगाई आग, जानवरों सहित सौ घर राख़

बिहार के नवादा जिले में दबंगों की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने महादलित बस्ती के करीब 100 से अधिक घरों में आग लगा दी। सैकड़ों की संख्या में परिवार बेघर हो गए और मौके  कई जानवरों की मौत भी हो गयी है। हड़बड़ी में लोग सिर्फ अपनी जान ही बचा पाए। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ददौर गांव के कृष्णा नगर टोले की है। यह पूरी बस्ती दलितों की है, जिनमें महा-दलितों की संख्या ज़्यादा है। बस्ती में रहने वाले दलित समुदाय के लोगों का आरोप है कि पास के प्राण बिगहा गांव के एक दबंग नंदू पासवान ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर बस्ती में आग लगाकर हिंसा भड़काई। इस दौरान कई लोगों को पीटा भी गया है, जिसकी वज़ह से कुछ लोग घायल हो हैं। दबंगों ने महिलाओं और बुजुर्गों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। सूचना मिलने पर पुलिस स्थिति को संभालने के लिए घटनास्थल पर पहुँच चुकी है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर हैं और आग बुझाने में जुटी हुई है। बिहार पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और घटना में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। ख़बरों के अनुसार, मामला ज़मीन विवाद से जुड़ा हुआ है।


घटना को लेकर विपक्ष की तरफ़ से कड़ी प्रतिक्रया देखने को मिल रही है। आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने घटना की तुलना महा जंगलराज, महा दानव राज और महा राक्षस राज से की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, और एनडीए के सहयोगी दल बेख़बर है। गरीब जले या मरे, राज्य सरकार को इसकी कोई फिक्र नहीं है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दलितों पर किसी भी तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक एनडीए की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है। उन्होंने कहा कि घटना बेहद ही निंदनीय है। दबंगों ने रात में जाकर बस्ती में गोलीबारी की, और रात के अँधेरे में ग़रीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया। भाजपा और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना अब चरम पर है। प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, मुख्यमंत्री नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और एनडीए की सहयोगी पार्टियों के मुँह में दही जम गया है।

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी इस घटना की निंदा की है। मायावती ने कहा, “बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के काफी घरों को जलाकर राख करके उनका जीवन उजाड़ देने की घटना अति-दुखद व गंभीर है। सरकार दोषियों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ितों को पुनः बसाने की व्यवस्था के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी घटना की निंदा की है। प्रियंका ने कहा, “नवादा में महादलितों के 80 से ज्यादा घरों को जला देने की घटना बेहद खौफनाक और निंदनीय है। दर्जनों राउंड फायरिंग करते हुए इतने बड़े पैमाने पर आतंक मचाकर लोगों को बेघर कर देना यह दिखाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। आम ग्रामीण-गरीब असुरक्षा और खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं। मेरी राज्य सरकार से मांग है कि ऐसा अन्याय करने वाले दबंगों पर सख़्त कार्रवाई हो और सभी पीड़ितों का समुचित पुनर्वास किया जाए।


सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया


घटना को लेकर सोशल मीडिया पर आम लोग में ग़ुस्सा देखने को मिल रहा है। ख़ुद को नवादा का निवासी बताने वाले नीतेश कार्तिकेन ने लिखा, “कोई तो इसको जंगलराज कह दो। आज मेरा जिला जातीय हिंसा कि आग में जल रहा है। यहां पासवान जाति के गुंडों ने मांझी समाज के 80 घर को जलाकर राख कर दिया है। नोट – मुख्यमंत्री नीतीश जी पिछ्ले 19 सालों में मात्र 4 बार नवादा का दौरा किए हैं,जबकि यहां से 15 किमी. दूर राजगीर में वो अभी भी पड़े होंगे।”

एक्स यूजर भीम सेन ने लिखा, “आज भी देश में जहाँ किसी गरीब समुदाय का आज भी कोई ठिकाना नहीं है। वहीं, बिहार नवादा में दलितों के 80 घरों में आगजनी और गोलियां चलाने की यह घटना दिखाती है कि आज भी समाज में दलितों को हाशिये पर रखा जाता है। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए व इन सभी को न्याय मिलना चाहिए।”


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