आतिशी के भावी मुख्यमंत्री चुने जाने पर मालीवाल ने जताया अफ़सोस, पार्टी ने माँगा इस्तीफ़ा

आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद और बागी नेता स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुने जाने पर अफ़सोस जताया है। मालीवाल ने कहा कि यह दिल्ली के लिए बेहद दुखद दिन है कि आतिशी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। यह वही आतिशी हैं जिनके माता-पिता ने आतंकवादी अफज़ल गुरु को फाँसी से बचाने की कोशिश की थी। इसके साथ ही मालीवाल ने आतिशी को ‘डमी सीएम’ कहा है। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लिए आज बेहद दुखद दिन है। दिल्ली का मुख्यमंत्री ऐसी महिला को बनाया गया है जिनके माता-पिता ने आतंकी अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति को दया याचिका लिखी थीं। उनके हिसाब से अफ़ज़ल गुरु निर्दोष था, और उसको राजनीतिक साज़िश के तहत फँसाया गया था।” राज्यसभा सांसद ने कहा कि आतिशी का मुख्यमंत्री बनाना अब राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से जुड़ गया है। गौरतलब है कि पार्टी की तरफ़ से मंगलवार को आतिशी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया गया है। आतिशी के नाम पर पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी सहमति प्रकट की है।

आतिशी पर विवादास्पद टिप्पणी करने के चलते ‘आप’ ने मालीवाल से इस्तीफ़ा माँग लिया है। मालीवाल पर पलटवार करते हुए आप नेता और मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने कहा कि स्वाति मालीवाल ‘आप’ पार्टी से राज्यसभा का टिकट लेती हैं, लेकिन क्या बोलना है, कैसे बोलना है, इन सब प्रतिक्रियाओं की स्क्रिप्ट बीजेपी से लेती हैं। अगर मालीवाल में थोड़ी सी भी शर्म है तो उन्हें राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए, और बीजेपी की टिकट पर राज्यसभा का सांसद बनना चाहिए।

मालीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “दिल्ली की सांसद होने के नाते दिल्ली और देश की आवाज़ उठाना मेरी जिम्मेदारी है। मेरी दिल्ली आतंकी अफ़ज़ल प्रेमी के हाथों में जाए, और मैं चुप बैठ जाऊँ, ऐसा बिलकुल भी नहीं हो सकता। मेरे ख़िलाफ जो बोलना है, वह बोलो, लेकिन आतंकी अफ़ज़ल के साथ रिश्तों पर ज़वाब देना होगा।


स्वाति मालीवाल के बागी तेवर


राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल चर्चित अन्ना हजारे आंदोलन के समय से ही ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल की हर मुहिम के साथ जुड़ी रही। 2015 में मालीवाल को ‘आप’ सरकार ने दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष भी नियुक्त किया  था। वह 2015 से जनवरी 2024 तक महिला आयोग की अध्यक्ष रही है। पिछले कुछ महीनों से पार्टी और मालीवाल के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जब केजरीवाल को आबकारी मामले और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केंद्रीय जाँच एजेंसी ईडी और सीबीआई के द्वारा गिरफ़्तार किया गया था, उस दौरान मालीवाल पूरे मामले से ही नहीं बल्कि भारत से भी दूर अमेरिका में थीं। इसकी जानकारी उन्होंने ख़ुद दी थी। उन्होंने एक्स पर बताया था कि किसी करीबी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसलिए वह भारत नहीं आ पा रही है, जैसे ही सब कुछ ठीक होता है, वह तुरंत भारत आयेंगी।

मालीवाल के भारत लौटने के कुछ दिनों बाद ही उनके और केजरीवाल के सचिव रहे बिभव कुमार के बीच की घटना ने नया राजनीतिक मोड़ ले लिया। मालीवाल का कहना था कि वह केजरीवाल से मिलने के लिए उनके आवास गयी थी, जहाँ विभव ने  तौर पर उनके साथ मारपीट और बतमीज़ी की। इतना ही नहीं विभव ने उन्हें शारीरिक क्षति पहुँचाने की भी कोशिश की थी। फिलहाल, यह मामला अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में है।



For all the political updates download our Molitics App : Click here to Download
Article