इंदौर: सेना के दो ट्रेनी अधिकारियों को पीटा, महिला मित्र से सामूहिक दुष्कर्म
मध्य प्रदेश के इंदौर में सेना के दो ट्रेनी अधिकारियों और उनकी दो महिला दोस्त के साथ मारपीट और एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। स्थानीय पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दुष्कर्म की बात स्वीकार की है। घटना 10 सितंबर रात क़रीब ढ़ाई बजे की है, जब अफ़सर इंदौर के जामगेट घूमने गए हुए थे। सात में से छह आरोपितों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से दो को गिरफ़्तार कर लिया गया है। ख़बरों के अनुसार, आरोपितो ने बन्दूक की नोक पर पहले तो अधिकारियों के साथ मारपीट की, और फिर एक जोड़े को बंधक बनाकर, दूसरे जोड़े को फ़िरौती की रक़म 10 लाख़ रूपये लेने के लिए भेज दिया। हालाँकि, अधिकारी ने मौके का फ़ायदा उठाते हुए सेना के अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुँचने से पहले ही आरोपित घटना को अंजाम देते हुए घटनास्थल से भाग गये।
ग़ौरतलब है कि रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा 1791 में निर्मित जाम गेट के नीचे की घाटी एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है और अहिल्या गेट के पास स्थित मंदिर में बहुत से भक्तों का आना-जाना लगा रहता है।
घटना पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने कहा कि सेना के अधिकारियों और उनकी महिला दोस्त के साथ हुई हिंसा और दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है। भाजपा शासित राज्यों में क़ानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन हो चुकी है। महिलाओं के खिलाफ दिन-प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर बीजेपी सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है। जिस तरह से अपराधी निर्भीक है, उसका कारण प्रशासन की पूर्ण नाकामी है। इसी नाकामी की वज़ह से देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश लगाने का काम करता है। ऐसे में सरकार और समाज दोनों को शर्मिंदा होकर, इसपर गंभीरता के साथ विचार करना चाहिए। राहुल ने कहा कि देश की आधी आबादी से कब तक आँख चुराते रहेंगे।
आरोपितों पर मामला दर्ज़
इंदौर ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने बताया कि रात करीब 2.30 बजे अधिकारी सेना की फायरिंग रेंज के पास एक सुनसान इलाके में थे, तभी आरोपितों ने उन पर हमला कर दिया। इसे लेकर बड़गोंडा पुलिस ने बीएनएस धारा 70 (सामूहिक बलात्कार), 310-2 (डकैती), 308-2 (जबरन वसूली) और 115-2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के अलावा शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वासल ने कहा कि हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें से एक आरोपित के खिलाफ 2016 में लूट का एक मामला पहले से भी दर्ज है। उन्होंने कहा कि यह कोई पेशेवर या संगठित गिरोह नहीं है, आरोपितों ने युवकों को अकेला पाया तो उनपर हमला करने का फ़ैसला किया। एक आरोपित के पास पिस्तौल भी थी।