
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्दों को हटाने की होसबोले की सलाह को खारिज करते हुए इसे लोकतंत्र और सामाजिक न्याय पर सीधा हमला बताया।
देश के सबसे बड़े जातिवादी और नफरती संगठन RSS ने संविधान बदलने की बात कही है। इनकी इतनी हिम्मत नहीं कि संविधान और आरक्षण की तरफ़ आँख उठाकर देख सके। अन्यायी चरित्र के लोगों के मन व विचार में लोकतंत्र एवं बाबा साहेब के संविधान के प्रति इतनी घृणा क्यों है? pic.twitter.com/7Wx8B6hOCL
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 27, 2025
दरअसल, होसबोले ने 25 जून को आपातकाल की वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि "‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ जैसे शब्द संविधान की मूल प्रस्तावना का हिस्सा नहीं थे। इन्हें आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की सरकार ने जोड़ा था।" उन्होंने यह भी कहा कि इन शब्दों की मौजूदा प्रासंगिकता पर विचार होना चाहिए और कांग्रेस से आपातकाल के लिए सार्वजनिक माफी की मांग की।