Punjab: अकाली नेता बिक्रम मजीठिया अरेस्ट, विजिलेंस ब्यूरो ने 25 ठिकानों पर मारी रेड
पंजाब में पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को बुधवार, 25 जून को विजिलेंस ब्यूरो ने उनके अमृतसर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले ब्यूरो ने मजीठिया से जुड़े करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी की। गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। गिरफ्तारी से पहले मजीठिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि यह कार्रवाई ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ से प्रेरित है। उन्होंने लिखा, “मैं गुरु साहिब का बेटा हूं। मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों को उठाया है और आगे भी उठाता रहूंगा।” मजीठिया की पत्नी और अकाली दल की विधायक गनीव कौर मजीठिया ने आरोप लगाया कि विजिलेंस ब्यूरो की करीब 30 सदस्यीय टीम बिना पूर्व सूचना के उनके घर में घुसी। उन्होंने इसे "सत्ता के दुरुपयोग" की संज्ञा दी।
मजीठिया ने अपनी गिरफ्तारी को लेकर पंजाब की भगवंत मान सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री कितनी भी एफआईआर करवा लें, मैं डरने वाला नहीं हूं। आप मेरी आवाज नहीं दबा सकते। ड्रग्स केस में आपके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है, इसलिए अब झूठे मामलों का सहारा लिया जा रहा है।”
पूर्व मंत्री मजीठिया के खिलाफ 2021 में दर्ज एक ड्रग्स मामले की जांच पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) कर रही है। SIT ने उन्हें कई बार पूछताछ के लिए तलब किया था। जांच एजेंसी ने मार्च 2025 में यह दावा किया था कि मजीठिया और उनके परिवार से जुड़ी कुछ कंपनियों में "संदिग्ध वित्तीय लेन-देन" के सुराग मिले हैं। टीम ने विदेशों में भी इन लेन-देन की जांच के लिए जांच का दायरा बढ़ाया है।
शिरोमणि अकाली दल ने मजीठिया की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया है और आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार विपक्ष को दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।