
“सब कुछ आंखों के सामने खत्म हो गया…” अहमदाबाद विमान हादसे में इकलौते बचे यात्री की कहानी
अहमदाबाद विमान हादसे के एकमात्र जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार का इलाज फिलहाल सिविल अस्पताल में चल रहा है। हादसे की भयावहता को उन्होंने करीब से महसूस किया और बताया कि वे किस तरह मौत के मुंह से बाहर निकले। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुंचकर रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
दूरदर्शन से बातचीत में रमेश ने अपनी आपबीती साझा करते हुए कहा,
“सब कुछ मेरी आंखों के सामने हुआ। मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा कि मैं कैसे ज़िंदा बच गया। क्रैश के बाद कुछ पलों के लिए लगा कि मैं भी मरने वाला हूं। होश में आया तो देखा कि ज़िंदा हूं। सीट बेल्ट खोली और बाहर निकलने की कोशिश की। मेरी आंखों के सामने एयर होस्टेस और कई यात्री खत्म हो गए।" रमेश ने बताया कि टेक ऑफ के ठीक एक मिनट बाद लगा कि प्लेन कहीं अटक गया है। 5-10 सेकंड तक कुछ समझ नहीं आया। अचानक हरी और सफेद लाइटें जलने लगीं और उसके बाद विमान की रफ्तार तेजी से बढ़ गई। तभी वह एक इमारत से जा टकराया।
रमेश फ्लाइट में 11A सीट पर बैठे थे।
“मैं जिस तरफ बैठा था, वहीं विमान का दरवाज़ा टूट गया और थोड़ी सी जगह बनी जिससे मैं बाहर निकल पाया। विमान की विपरीत दिशा में जो यात्री थे, वहां इमारत की दीवार से टक्कर हुई और शायद इसीलिए वे बाहर नहीं निकल सके। आग भड़कने पर मेरा एक हाथ भी जल गया। किसी तरह बाहर निकला, थोड़ी दूर पैदल चला और फिर एक एंबुलेंस मिल गई, जिससे अस्पताल पहुंच सका।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रमेश विश्वास से मुलाकात की और हादसे के बारे में पूरी जानकारी ली। पीएम इससे पहले घटना स्थल पर भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने हादसे का जायजा लिया और अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। 40 वर्षीय रमेश विश्वास ब्रिटिश नागरिक हैं और फ्लाइट नंबर AI-171 से अहमदाबाद से लंदन जा रहे थे। हादसे के बाद जो वीडियो सामने आया, उसमें रमेश हल्के घायल दिखे और लंगड़ाते हुए चलते नज़र आए।
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