
शेख हसीना के विरोध में आंदोलन करने वाला छात्र नेता गिरफ्तार, वजह बनी ब्लैकमेलिंग!
बांग्लादेश की राजनीति में बड़ा मोड़ तब आया जब शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुए आंदोलन की अगुवाई करने वाले प्रमुख छात्र नेता आलम अपू को वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई है जब हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने की पहली वर्षगांठ में केवल दो दिन शेष हैं।
ढाका पुलिस के अनुसार, अपूर्व को शुक्रवार को ढाका के वारी इलाके से पकड़ा गया, और वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला छठा आरोपी है। इस मामले में पहले से ही स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (SAD) संगठन से जुड़े पांच छात्र नेता जेल में हैं।
शेख हसीना के विरोध में आंदोलन करने वाला छात्र गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि 17 जुलाई को SAD से जुड़े छात्र नेताओं ने पूर्व सांसद और अवामी लीग नेता शम्मी अहमद के ढाका स्थित गुलशन आवास पर जाकर 50 लाख टका की मांग की। उस दिन शम्मी घर पर नहीं थीं, लेकिन उनके पति अबू जफर से 10 लाख टका नकद वसूल लिए गए। 26 जुलाई को जब वे शेष राशि लेने दोबारा पहुंचे, तो परिवार की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस कार्रवाई की पुष्टि हुई। इसके साथ ही इस गिरफ्तारी ने देशभर में राजनीतिक बहस को हवा दे दी है।
आंदोलन की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि SAD ने पिछले वर्ष प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के खिलाफ हुए जन आंदोलन की अगुवाई की थी, जिसने अंततः 5 अगस्त 2024 को हसीना को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई थी।
इस मामले में गिरफ्तारी के बाद SAD ने इब्राहीम हुसैन मुन्ना और अब्दुर रज्जाक रियाद को संगठन से निष्कासित कर दिया और केंद्रीय समिति को छोड़कर अपनी सभी इकाइयों को भंग करने की घोषणा की। मुन्ना SAD के ढाका शहर संयोजक थे जबकि रियाद SAD की प्राइवेट यूनिवर्सिटी कमेटी के प्रमुख थे।
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