
अमित शाह का नक्सलियों को सख्त संदेश: 'बरसात में भी नहीं मिलेगी राहत, हथियार डालो या तैयार रहो'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित अटल नगर में एक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार का नक्सल उन्मूलन अभियान वर्ष 2026 की पहली तिमाही तक अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। शाह ने दो टूक कहा, "अगर हथियार नहीं डालोगे तो बारिश में भी सोने नहीं देंगे।"
गृह मंत्री राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) परिसर और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की आधारशिला रखने के लिए आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले हर बार बरसात के मौसम में नक्सल विरोधी अभियानों की गति धीमी पड़ जाती थी, लेकिन इस बार मानसून भी नक्सलियों के लिए राहत नहीं लाएगा।
शाह ने कहा, “बरसात के मौसम में अब तक नक्सलियों को स्वाभाविक तौर पर कुछ राहत मिल जाती थी क्योंकि घने जंगल और उफनती नदियां अभियानों में बाधा बनती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हमारी रणनीति मानसून में भी ऑपरेशन को प्रभावी बनाए रखने की है।”
उन्होंने छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार और राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने रुके हुए अभियानों को गति दी है और सुरक्षा बलों को प्रेरित कर यह लड़ाई नई दिशा दी है।
नक्सलियों से स्पष्ट अपील करते हुए शाह ने कहा, “अब बातचीत की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि आप सशस्त्र संघर्ष छोड़कर मुख्यधारा में लौटते हैं, तो सरकार आपका स्वागत करेगी। विकास की यात्रा में सम्मिलित होइए। हम वचन देते हैं कि जिन्होंने आत्मसमर्पण किया है, उनके साथ किए गए वादों को पूरा किया जाएगा।” गृह मंत्री ने दावा किया कि केंद्र और राज्यों के समन्वय से चल रहे ऑपरेशन के तहत 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अब आत्मसमर्पण कर रहे हैं, उन्हें सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
For all the political updates download our Molitics App :
Click here to Download