
75 करोड़ का घोटाला, गुजरात के मंत्री के अब तक दो बेटे गिरफ्तार, MGNREGA में बड़ी गड़बड़ी
गुजरात के कृषि एवं पंचायत राज्यमंत्री बच्चू खबाद के बेटे किरण खबाद को सोमवार को दाहोद में 75 करोड़ रुपये के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में गिरफ्तार कर लिया गया। उनके साथ ही मंत्री के भतीजे दिलीप चौहान सहित तीन अन्य को भी हिरासत में लिया गया है। अब तक इस मामले में कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे पहले शनिवार को किरण के बड़े भाई बलवंत खबाद को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों भाइयों का संबंध उन निजी फर्मों से था, जिन्हें बिना आवश्यक टेंडर प्रक्रिया के दाहोद जिले के देवगढ़ बारिया और धनपुर तालुका में मनरेगा परियोजनाओं के तहत कच्चा माल सप्लाई करने का ठेका दिया गया था। इन फर्मों को बिना वैध अनुबंध के ही भुगतान किया गया।
किरण खबाद, जो अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद से फरार चल रहे थे, उन्हें सोमवार सुबह वडोदरा-हलोल राजमार्ग से गिरफ्तार किया गया। दाहोद के पुलिस उपाधीक्षक जगदीशसिंह भंडारी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि उनकी गिरफ्तारी घोटाले में सक्रिय भूमिका के चलते की गई है।
पुलिस ने उनके साथ तीन और लोगों को भी गिरफ्तार किया है। दाहोद के डिप्टी डीडीओ रसिक राठवा (जो घोटाले के समय धनपुर तालुका के टीडीओ थे), पूर्व एपीओ दिलीप चौहान और एक अन्य कर्मचारी प्रतीक बारिया।
पुलिस के अनुसार, घोटाले की अवधि जनवरी 2021 से दिसंबर 2024 के बीच की है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए जाने की संभावना है।
किरण और बलवंत खबाद पर आरोप है कि उन्होंने ऐसी एजेंसियों का संचालन किया, जिन्होंने धनपुर और देवगढ़ बारिया की ग्राम पंचायतों में बिना वैध प्रक्रिया के मनरेगा कार्यों के लिए सामग्री की आपूर्ति की।
एफआईआर के अनुसार, देवगढ़ बारिया में 28 एजेंसियों को 60.90 करोड़ रुपये के अनुबंध बिना निविदा प्रक्रिया के दिए गए। वहीं, धनपुर तालुका में सात एजेंसियों को 10.10 करोड़ रुपये की आपूर्ति के लिए भुगतान किया गया। इन एजेंसियों में खबाद बंधुओं से जुड़ी 'राज ट्रेडर्स' और 'एनएल ट्रेडर्स' के नाम सामने आए हैं।
जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (DRDA) के निदेशक बीएम पटेल की शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि कई फर्मों को ऐसी परियोजनाओं के लिए भुगतान किया गया, जो केवल कागजों पर मौजूद थीं। देवगढ़ बारिया के कुवा गांव के ग्रामीणों द्वारा उठाए गए सवालों के बाद यह मामला उजागर हुआ।
इस मामले में अब तक गिरफ्तार अन्य आरोपियों में बलवंतसिंह खबाद, देवगढ़ बारिया के पूर्व टीडीओ दर्शन पटेल, मनरेगा लेखाकार जयवीर नागौरी और महिपालसिंह चौहान, ग्राम रोजगार सेवक कुलदीप बारिया व मंगलसिंह पटेलिया और तकनीकी सहायक मनीष पटेल शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी, जो पहले ही इस घोटाले की जांच के लिए फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी गठित कर चुकी है, ने एक बार फिर इस घोटाले की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) की मांग दोहराई है।
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