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किसान नेता नरेश टिकैत ने सिंधु जल संधि रद्द करने पर आपत्ति जताई, बताया गलत निर्णय

 28 Apr 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक संबंधों को भी समाप्त कर दिया है और पाकिस्तान से अपने सभी राजनयिकों को वापस बुला लिया है। भारत ने पाकिस्तान से संबंधित सभी नागरिकों के वीजा को भी रद्द कर दिया है और उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया है। इन कड़े फैसलों के बीच, किसान नेता नरेश टिकैत ने भारत सरकार के सिंधु जल संधि रद्द करने के फैसले पर आपत्ति जताई है।


नरेश टिकैत का कहना है कि यह एक गलत निर्णय है। संधि को जारी रहना चाहिए था। हम इसके खिलाफ हैं। हम किसान हैं और पानी हर किसान की जरूरत है।" उन्होंने सिंधु जल संधि को रद्द करने के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि इस फैसले से किसानों को नुकसान होगा। टिकैत ने यह भी कहा कि पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को पूरी तरह से दोषी ठहराना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, "कुछ लोग पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां की पूरी जनता गलत है।

किसान नेता ने आगे कहा, "पाकिस्तान का पानी रोकना गलत है। चाहे किसान हिंदुस्तान का हो या पाकिस्तान का, अगर पानी बंद होता है तो दोनों देशों के किसानों को नुकसान होगा।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर कुछ लोग गलत करते हैं तो इसका खामियाजा लाखों लोगों को नहीं भुगतना चाहिए।

भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान के खिलाफ ये कड़े कदम उठाए। इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित CCS (Cabinet Committee on Security) की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सिंधु जल संधि को रद्द किया जाएगा। साथ ही, पाकिस्तान के नागरिकों को दिए गए वीजा भी रद्द कर दिए गए और पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया गया। इसके अलावा, पाकिस्तान के राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया। भारत ने अटारी-बाघा बॉर्डर चेक पोस्ट भी बंद कर दिया और पाकिस्तानियों के भारत में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।