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PoK को लेकर अठावले का बड़ा बयान: पाकिस्तान न माने तो भारत करे युद्ध का ऐलान

 28 Apr 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और शीर्ष सैन्य अधिकारी लगातार उच्चस्तरीय बैठकें कर रहे हैं ताकि स्थिति का व्यापक विश्लेषण किया जा सके और आगे की रणनीति तय की जा सके। इसी बीच, केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने बड़ा और निर्णायक बयान दिया है। अठावले ने स्पष्ट कहा कि यदि पाकिस्तान पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत को नहीं सौंपता, तो भारत को उसके खिलाफ युद्ध की घोषणा कर देनी चाहिए। अठावले के अनुसार जब तक पीओके पाकिस्तान के कब्जे में रहेगा, आतंकवादी गतिविधियों पर पूर्ण विराम संभव नहीं है।


रविवार को महाराष्ट्र के लोनावला में मीडिया से बातचीत करते हुए अठावले ने कहा, "पहलगाम में हुआ आतंकी हमला अत्यंत निंदनीय है। जब तक पीओके पाकिस्तान के पास रहेगा, आतंकवादी घटनाएं होती रहेंगी। इसलिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि यदि पाकिस्तान पीओके को भारत को नहीं सौंपता, तो उसके खिलाफ युद्ध छेड़ने पर विचार किया जाए।" अठावले ने आतंकवाद पर निर्णायक प्रहार के लिए एक और सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आतंकी अक्सर एक ही मार्ग से घुसपैठ करते हैं, जिसे रोकने के लिए पीओके पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने कहा, "भारत को चाहिए कि वह पीओके को अपने नियंत्रण में लेकर आतंकवाद की जड़ पर प्रहार करे।"

रामदास अठावले ने विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे इस राष्ट्रीय संकट के समय दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार का समर्थन करें। उन्होंने कहा, "डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर ने भी सिखाया है कि जब देश पर संकट आए तो सभी को एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। अब समय आ गया है कि विपक्ष सरकार के साथ मजबूती से खड़ा हो।" अठावले ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात काफी बेहतर हुए हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक घाटी का रुख कर रहे हैं और हाल ही में हुए चुनावों में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। उन्होंने कहा, "कश्मीर में मुसलमानों समेत हर समुदाय के लोग देश के साथ मजबूती से खड़े हैं। पाकिस्तान और आतंकी तत्व इस शांति और विकास को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए इस तरह के हमलों को अंजाम दिया जा रहा है।"

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र के लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में आतंकवादियों ने अचानक गोलीबारी की थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। मृतकों में अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है और भारत ने आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के संकेत दिए हैं।