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AICC मंच से कांग्रेस नेता का कटाक्ष: ‘एक बेटा SP में, एक BJP में… फिर भी पिता को कमान!’

 09 Apr 2025

गुजरात के अहमदाबाद में चल रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का आज अंतिम दिन है। इस अवसर पर पार्टी के भीतर संगठनात्मक मुद्दों और नियुक्तियों को लेकर नेताओं ने खुलकर अपनी राय रखी। उत्तर प्रदेश के कानपुर से आए वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा ने मंच से पार्टी नेतृत्व को निशाने पर लेते हुए संगठनात्मक नियुक्तियों पर गंभीर सवाल उठाए।


संगठन में नियुक्तियों पर उठाए सवाल

आलोक मिश्रा ने मंच से कहा, “मैं 1982 से कांग्रेस का सच्चा सिपाही रहा हूं। आज जब कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है, तो हमें पहले पार्टी के भीतर की खामियों को दूर करना होगा। हम बीजेपी से बाद में लड़ेंगे, पहले अपने बीच की लड़ाई बंद करनी होगी।” उन्होंने पार्टी नेतृत्व को सीधे संबोधित करते हुए कहा कि एक ऐसा व्यक्ति शहर अध्यक्ष बना दिया गया है, जिसके एक बेटे की निष्ठा बीजेपी में है और दूसरा समाजवादी पार्टी में सक्रिय है। “मैं खड़गे जी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं — क्या ऐसा व्यक्ति कांग्रेस संगठन में शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने योग्य है?”

आलोक मिश्रा ने कांग्रेस नेतृत्व को सलाह दी कि संगठन की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए स्पष्ट नियम तय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला और शहर अध्यक्षों को संगठन का काम करना चाहिए, न कि खुद चुनाव लड़ने की तैयारी। “कृपया यह सुनिश्चित करें कि जो व्यक्ति संगठन का नेतृत्व करेगा, वह चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनेगा। अगर अध्यक्ष खुद ही टिकट मांगने लगे तो संगठन का काम कौन करेगा?”

आलोक मिश्रा ने मंच से यह भी दावा किया कि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में कानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बनने का अवसर मिला, और उन्होंने 4 लाख 22 हजार वोट हासिल किए — जो 1947 के बाद से कांग्रेस के लिए एक ऐतिहासिक आंकड़ा है। हालाँकि, वह बीजेपी उम्मीदवार रमेश अवस्थी से महज 20,968 वोटों से पराजित हो गए।