केरल के कोल्लम जिले के कोट्टुक्कल क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में आयोजित संगीत समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का प्रार्थना गीत 'गण गीतम' गाए जाने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDB) द्वारा प्रबंधित इस मंदिर में रविवार को ‘गण मेला’ नामक कार्यक्रम के दौरान एक पेशेवर संगीत मंडली द्वारा यह गीत प्रस्तुत किया गया, जिससे राजनीतिक और धार्मिक हलकों में बहस तेज हो गई है।
मंदिर में लगाए गए RSS के झंडे
स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह भी आरोप सामने आए हैं कि मंदिर उत्सव के दौरान परिसर में RSS के झंडे लगाए गए थे। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने इसे एक गंभीर और चिंताजनक घटना करार देते हुए त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड से मामले की तुरंत जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वी. डी. सतीशन का तीखा बयान
वी. डी. सतीशन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "यह घटना बेहद निंदनीय है, क्योंकि यह त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड द्वारा शासित मंदिर में घटी है। केरल उच्च न्यायालय पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि मंदिर परिसरों का उपयोग किसी भी राजनीतिक गतिविधि के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह आदेश सभी संबंधित संस्थाओं और व्यक्तियों के लिए बाध्यकारी है।"
उन्होंने आगे कहा कि मंदिर उत्सवों और धार्मिक आयोजनों को किसी भी प्रकार के राजनीतिक प्रचार-प्रसार से दूर रखा जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा, "मंदिर श्रद्धालुओं के लिए हैं, न कि राजनीतिक संगठनों के प्रचार मंच के रूप में इस्तेमाल किए जाने के लिए। धार्मिक स्थलों का राजनीतिकरण एक संकीर्ण सोच का परिचायक है, जिसकी समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी ने सरकार और देवस्वोम बोर्ड से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि मंदिर जैसे पवित्र स्थलों की धार्मिक गरिमा को बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि ऐसी घटनाएं धार्मिक स्थलों की पवित्रता को आघात पहुंचाती हैं और धार्मिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती हैं।