मेरठ जिले के सिवाल खास क्षेत्र में ईद-उल-फितर के पावन अवसर पर दुखद घटना घटित हुई, जहां एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह घटना नमाज के तुरंत बाद स्थानीय कब्रिस्तान पर फातिया पढ़ने के दौरान घटी, जब पुराने मतभेदों ने फिर से सिर उठाया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, विवाद की शुरुआत एक दिन पहले की छोटी-सी बहस से हुई थी, जो ईद के दिन फिर से भड़क उठी। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ी कि दोनों पक्षों के लोगों ने लाठी-डंडे, पत्थर और अन्य हथियार उठा लिए। मारपीट इतनी भीषण थी कि कई लोगों को जमीन पर गिराकर निर्ममता से पीटा गया, जिससे उनके ईद के नए सफेद कपड़े खून और कीचड़ से सन गए।
इलाके में हाहाकार मच गया जब मारपीट के बीच कई गोलियां चलने की आवाजें सुनाई दीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह विवाद नियात और बदाम खानदानों के बीच पुरानी दुश्मनी का नतीजा था।
घटना स्थल पर मौजूद कुछ महिलाएं बीच-बचाव करती और अपनों को बचाती दिखीं, जो इस हिंसा में फंस गई थीं।
पुलिस प्रशासन को सूचना मिलते ही भारी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की और दोनों पक्षों को अलग-अलग कर दिया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, कुछ मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
इससे पहले भी ईदगाह में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई थी जब मैदान भर जाने के बाद पुलिस ने अतिरिक्त नमाजियों को प्रवेश से रोक दिया था। प्रशासन ने सड़कों पर नमाज पढ़ने से रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए थे, जिसमें बैरिकेडिंग और फायर ब्रिगेड की गाड़ी से सड़क पर पानी डलवाना भी शामिल था। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने स्वयं मौके पर पहुंचकर शांति बनाए रखने की अपील की थी।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने घटना से जुड़े सभी पहलुओं की छानबीन शुरू कर दी है और संबंधित पक्षों से पूछताछ की जा रही है। जिला प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई और घटना न हो।
स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून पर भरोसा करने की अपील की है। एक वरिष्ठ समाजसेवी ने कहा कि ईद जैसे पवित्र त्योहार पर ऐसी घटनाएं समाज के लिए शर्मनाक हैं और सभी को मिलकर सद्भाव बनाए रखना चाहिए।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर घटना से संबंधित किसी भी अफवाह पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी अप्रमाणित जानकारी साझा करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे केवल आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करें।