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म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप, पीएम मोदी बोले- हरसंभव मदद के लिए तैयार है भारत

 29 Mar 2025

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के कारण हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से फोन पर बातचीत कर इस मुश्किल घड़ी में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर भी इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए कहा कि भारत, एक करीबी मित्र और पड़ोसी देश के रूप में म्यांमार के साथ मजबूती से खड़ा है।


 पीएम मोदी ने ‘X’ पर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा, "म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में हुई मौतों पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।" भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने के लिए भारत ने 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप म्यांमार भेज दी है। यह राहत सामग्री भारतीय वायुसेना के C-130J विमान के जरिए हिंडन एयरबेस से रवाना की गई।

इस राहत पैकेज में शामिल हैं— टेंट, स्लीपिंग बैग और कंबल,  रेडी-टू-ईट फूड (तत्काल खाने योग्य भोजन),  पानी शुद्ध करने की किट और हाइजीन किट, सोलर लैंप और जनरेटर सेट, दवाएं, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने और पट्टियां।

शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने म्यांमार और उसके पड़ोसी देश थाईलैंड को बुरी तरह हिला दिया। म्यांमार में इस आपदा के कारण 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं। भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था, जिससे बड़ी इमारतें, पुल और बांध क्षतिग्रस्त हो गए। बैंकॉक (थाईलैंड) में भी भूकंप के झटकों के कारण एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत ढहने का वीडियो सामने आया है। भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत आपदा राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाने के लिए अतिरिक्त टीमें भी भेजी जा रही हैं। भारत का यह मानवीय कदम म्यांमार के साथ उसकी मजबूत दोस्ती और पड़ोसी धर्म को दर्शाता है।