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राहुल गांधी ने पेपर लीक को बताया 'युवाओं के भविष्य का पद्मव्यूह', सरकारों से समाधान की अपील

 13 Mar 2025

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देशभर में लगातार सामने आ रहे पेपर लीक कांड को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे मेहनती युवाओं के लिए सबसे खतरनाक ‘पद्मव्यूह’ करार दिया, जिसमें फंसकर उनका भविष्य दांव पर लग जाता है। राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक खबर की क्लिपिंग साझा की और लिखा, "छह राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य खतरे में – पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे ख़तरनाक ‘पद्मव्यूह’ बन गया है।"

मेहनती छात्रों के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि पेपर लीक न केवल छात्रों की कड़ी मेहनत को बेकार कर देता है, बल्कि उनके माता-पिता और पूरे परिवार को भी अनिश्चितता और तनाव में डाल देता है। यह उन लाखों युवाओं के सपनों को तोड़ने का काम करता है जो कड़ी मेहनत से अपने भविष्य को संवारने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पेपर लीक का सिलसिला केवल योग्य और ईमानदार छात्रों के लिए नुकसानदायक नहीं है, बल्कि यह एक पूरी पीढ़ी को यह गलत संदेश देता है कि बेईमानी, मेहनत से ज्यादा फलदायी हो सकती है, जो एक गंभीर सामाजिक समस्या का रूप ले सकती है।

NEET पेपर लीक का जिक्र, नए कानून को बताया विफल

राहुल गांधी ने NEET पेपर लीक कांड का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET) के प्रश्नपत्र लीक होने से पूरा देश हिल गया था। लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया था। उन्होंने कहा, "अभी एक साल भी नहीं हुआ जब NEET पेपर लीक ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। हमारे लगातार विरोध के बाद मोदी सरकार ने आनन-फानन में एक नया कानून बनाकर इसे हल करने का दावा किया था, लेकिन अब हाल के लगातार हो रहे पेपर लीक ने इस तथाकथित समाधान को भी विफल साबित कर दिया है।" राहुल गांधी का कहना था कि सरकारें केवल कानून बनाकर या बयान जारी करके इस समस्या से नहीं बच सकतीं। जब तक व्यवस्था में पारदर्शिता और कड़े कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक छात्रों के साथ इस तरह का अन्याय होता रहेगा।

राहुल गांधी ने पेपर लीक को सिस्टम की नाकामी (Systemic Failure) बताते हुए कहा कि इसे खत्म करने के लिए सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को अपने मतभेद भूलकर एकजुट होकर सख्त कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ किसी एक राज्य की नहीं, बल्कि पूरे देश की समस्या है। "इन परीक्षाओं की गरिमा और विश्वसनीयता बनाए रखना हमारे बच्चों का अधिकार है, और इसे हर हाल में सुरक्षित रखना ही होगा।" राहुल गांधी ने सरकार से सख्त और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली लागू करने की मांग करते हुए कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर एक स्वतंत्र जांच एजेंसी बनाई जानी चाहिए जो पेपर लीक जैसी घटनाओं की गहराई से जांच करे और दोषियों को कड़ी सजा दिलाए।