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"भगवद गीता पर शपथ लेकर बने FBI डायरेक्टर, काश पटेल बोले- 'मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं'"

 22 Feb 2025

दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मानी जाने वाली एफबीआई (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) के नए निदेशक के रूप में भारतीय मूल के काश पटेल ने शपथ ग्रहण की। उन्होंने भारत के पवित्र ग्रंथ भगवद गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले संबोधन में उन्होंने कहा, "मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं। अगर कोई सोचता है कि यह सपना मर चुका है, तो उसे यहां आकर देखना चाहिए।  मैं पहली पीढ़ी का भारतीय हूं, और आज पृथ्वी के सबसे महान राष्ट्र की शीर्ष कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व कर रहा हूं। यह किसी और देश में संभव नहीं।" पटेल को अमेरिका की प्रमुख संघीय जांच एजेंसी के 9वें निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी शपथ अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने वाशिंगटन डीसी के व्हाइट हाउस परिसर में स्थित आइजनहावर कार्यकारी कार्यालय भवन (EEOB) के भारतीय संधि कक्ष में दिलाई।


एफबीआई के भीतर और बाहर जवाबदेही का भरोसा

अपनी नियुक्ति पर काश पटेल ने कहा कि वह एफबीआई में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा, "मैं वादा करता हूं कि एफबीआई के भीतर और बाहर जवाबदेही होगी। हम देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल की नियुक्ति की सराहना करते हुए कहा कि वह एफबीआई के इतिहास में सबसे प्रभावी और सम्मानित निदेशकों में से एक होंगे। ट्रंप ने कहा, "काश पटेल की नियुक्ति को मंजूरी मिलना बहुत आसान था। वह एक मजबूत और सख्त नेता हैं, जिनकी एजेंसी के भीतर गहरी पकड़ और सम्मान है। ट्रे गौडी ने भी उन्हें अविश्वसनीय व्यक्ति बताया है। मुझे कोई संदेह नहीं कि वह इस पद पर ऐतिहासिक छाप छोड़ेंगे।"

डेमोक्रेट सांसदों ने जताई आपत्ति

हालांकि, डेमोक्रेटिक सांसदों ने काश पटेल की नियुक्ति का विरोध किया और उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पटेल ट्रंप के करीबी हैं और उनके राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना सकते हैं। इस आलोचना का जवाब देते हुए पटेल ने सीनेट में स्पष्ट किया कि एफबीआई की स्वतंत्रता और निष्पक्षता उनके नेतृत्व में बनी रहेगी। उन्होंने कहा, "मैं एफबीआई को किसी भी तरह के राजनीतिकरण से दूर रखूंगा और कानून को निष्पक्ष रूप से लागू करूंगा।"

पटेल की नियुक्ति को लेकर अमेरिकी सीनेट में मतदान हुआ, जिसमें 51-49 के अंतर से उन्हें मंजूरी मिल गई। यह फैसला रिपब्लिकन बहुमत वाले सीनेट के समर्थन से पारित हुआ। काश पटेल एफबीआई की कार्यप्रणाली के मुखर आलोचक रहे हैं और पूर्व में रक्षा विभाग, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और खुफिया समुदाय में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति को ट्रंप समर्थकों ने एक सशक्त नेतृत्व की दिशा में बड़ा कदम बताया है।