अडानी समूह की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी अडानी रियल्टी, अब एम्मार इंडिया में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। इस सौदे का मूल्य 4,000 से 5,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, इस अधिग्रहण के तहत अडानी रियल्टी एम्मार इंडिया में 70 से 100 प्रतिशत स्वामित्व हासिल कर सकती है। खास बात यह है कि एम्मार इंडिया की अधिकांश परियोजनाएं प्रमुख स्थानों पर स्थित हैं, जिनकी मार्केट वैल्यू काफी अधिक है, और यह अडानी रियल्टी के लिए एक रणनीतिक अवसर प्रदान कर सकता है। इस सौदे को अडानी रियल्टी द्वारा अंजाम दिए जाने की संभावना है, जो एक नॉन-लिस्टेड कंपनी है।
संभावित सौदे का विवरण और मूल्यांकन
सूत्रों ने बताया कि सौदे की वैल्यूएशन को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सौदे का मूल्य कम से कम 5,000 करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है। सौदे की वास्तविक राशि इस बात पर निर्भर करेगी कि दोनों पक्षों के बीच अंतिम शर्तों पर क्या सहमति बनती है। यदि यह सौदा सफलतापूर्वक संपन्न होता है, तो यह अडानी समूह का रियल एस्टेट क्षेत्र में सबसे बड़ा अधिग्रहण साबित होगा। पिछले कुछ वर्षों में अडानी समूह ने रियल एस्टेट के क्षेत्र में कई प्रमुख अधिग्रहण किए हैं, लेकिन यह सौदा उससे कहीं बड़ा हो सकता है।
एम्मार इंडिया की पृष्ठभूमि और विकास
एम्मार इंडिया, एम्मार ग्रुप की भारतीय शाखा है, जिसे दुबई स्थित एम्मार प्रॉपर्टीज पीजेएससी द्वारा स्थापित किया गया था। एम्मार ग्रुप, एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर है, जो दुनिया भर में कई प्रमुख परियोजनाओं का हिस्सा है। इसकी सबसे प्रसिद्ध परियोजना, बुर्ज खलीफा, दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है, जिसका निर्माण और स्वामित्व एम्मार प्रॉपर्टीज के पास है।
भारत में एम्मार इंडिया का पोर्टफोलियो और प्रगति
2016 में एम्मार के भारतीय संयुक्त उद्यम, एम्मार एमजीएफ लैंड लिमिटेड, के दो हिस्सों में विभाजन के बाद, एम्मार इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड दोनों ने अपनी संपत्तियों में क्रमशः 60.11% और 39.89% हिस्सेदारी हासिल की थी। इस विभाजन के बाद, एम्मार इंडिया ने भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति और ताकत को और बढ़ाया, और दिल्ली-एनसीआर, मोहाली, लखनऊ, इंदौर, और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं का एक मजबूत पोर्टफोलियो स्थापित किया।
अधिग्रहण के संभावित प्रभाव और अडानी रियल्टी के लिए रणनीतिक लाभ
इस संभावित अधिग्रहण से अडानी समूह को रियल एस्टेट क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा। एम्मार इंडिया की प्रमुख परियोजनाएं, जो प्रमुख स्थानों पर स्थित हैं, अडानी रियल्टी को मूल्यवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान कर सकती हैं। इस अधिग्रहण के बाद, अडानी समूह की स्थिति भारतीय रियल एस्टेट बाजार में और भी सशक्त हो सकती है, खासकर इन प्रमुख शहरों में जहां विकास की संभावनाएं अधिक हैं।
यह सौदा भारतीय रियल एस्टेट उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, क्योंकि इसके जरिए अडानी समूह एम्मार इंडिया की बड़े पैमाने पर परियोजनाओं का हिस्सा बन सकता है, जो भारतीय रियल एस्टेट के तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्र में नई दिशा दे सकता है।