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एल्गार परिषद मामला: छह साल बाद सुधीर धवले और रोना विल्सन को जमानत

 09 Jan 2025

बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार (8 जनवरी) को एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में गिरफ्तार शोधकर्ता रोना विल्सन और कार्यकर्ता सुधीर धवले को जमानत दे दी। अदालत ने कहा कि दोनों आरोपी 2018 से जेल में हैं, लेकिन मुकदमे की सुनवाई अब तक शुरू नहीं हो सकी है।  जस्टिस एएस गडकरी और जस्टिस कमल खाता की बेंच ने कहा कि दोनों आरोपियों ने विचाराधीन कैदियों के रूप में छह साल से ज्यादा समय जेल में बिताया है। अभियोजन पक्ष ने 300 से अधिक गवाहों का हवाला दिया है, जिससे निकट भविष्य में मुकदमे के समाप्त होने की संभावना नहीं है। कोर्ट ने कहा, "वे 2018 से जेल में हैं और अभी तक मामले में आरोप तय नहीं हुए हैं। मुकदमा कब खत्म होगा, इसकी कोई संभावना नहीं है।"


शर्तों के साथ जमानत

सुधीर धवले और रोना विल्सन को एक-एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। हाई कोर्ट ने उन्हें पासपोर्ट जमा करने और केस समाप्त होने तक शहर न छोड़ने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, दोनों को सुनवाई के लिए विशेष एनआईए कोर्ट में नियमित रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया गया है।  राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने हाई कोर्ट के आदेश पर स्थगन की मांग नहीं की। बचाव पक्ष के वकीलों मिहिर देसाई और सुदीप पासबोला ने दलील दी कि गिरफ्तारी के बाद से दोनों आरोपी जेल में बंद हैं और मुकदमे में कोई प्रगति नहीं हो रही है।

मामले की पृष्ठभूमि

यह मामला 31 दिसंबर 2017 को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद सम्मेलन में कथित भड़काऊ भाषणों से जुड़ा है, जिसके बाद पुणे जिले के कोरेगांव-भीमा में हिंसा भड़क गई थी। पुणे पुलिस का दावा था कि इस सम्मेलन को माओवादियों का समर्थन प्राप्त था। रोना विल्सन को जून 2018 में दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। सुधीर धवले इस मामले में गिरफ्तार होने वाले पहले आरोपियों में शामिल थे। दोनों पर प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़े होने का आरोप है।

  • अब तक मामले में गिरफ्तार 16 लोगों में से आठ को जमानत मिल चुकी है। इनमें वरवर राव, सुधा भारद्वाज, आनंद तेलतुम्बडे, वर्नोन गोंजाल्विस, अरुण फरेरा, शोमा सेन, गौतम नवलखा और महेश राउत शामिल हैं।
  • महेश राउत अभी भी जेल में हैं, क्योंकि एनआईए ने उनकी जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है।
  • मामले के एक आरोपी स्टेन स्वामी का 2021 में जेल में निधन हो गया था।