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आसाराम को SC से ज़मानत मिलने पर पीड़िता का परिवार खौफ में, सुरक्षा को लेकर जताईं चिंता

 08 Jan 2025

सुप्रीम कोर्ट से आसाराम बापू को जमानत मिलने के बाद, उनकी यौन शोषण की शिकार पीड़िता का परिवार गहरी चिंता और भय में है। शाहजहांपुर में रहने वाली पीड़िता के पिता ने इस फैसले के बाद अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जमानत मिलने के बाद आसाराम और उसके समर्थक ज्यादा उपद्रव करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले भी आसाराम के समर्थक उनके परिवार को धमकियाँ देते रहते हैं और अब उन्हें खतरे का और भी ज्यादा डर है। पीड़िता के परिवार का मानना है कि यह जमानत आसाराम के लिए एक बड़ी राहत है, जो उसके लिए और भी परेशानी का कारण बनेगा। 


 सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को गुजरात की एक लड़की से बलात्कार के मामले में उम्रकैद की सजा के बावजूद, उसकी खराब सेहत को ध्यान में रखते हुए 31 मार्च तक जमानत दी है, लेकिन जमानत पर कुछ शर्तें भी लगाई हैं। इन शर्तों के तहत आसाराम को किसी भी तरह से सबूतों से छेड़छाड़ करने से रोका गया है और उसे अपने समर्थकों से सामूहिक रूप से मिलने की भी अनुमति नहीं है। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम जैसे ताकतवर व्यक्ति को जमानत मिलना एक बहुत बड़ी गलतफहमी है। उनका कहना है कि अगर इलाज की जरूरत थी तो उसे कस्टडी में रहते हुए इलाज मिल सकता था, जैसा कि आम तौर पर होता है। लेकिन अब जमानत मिल जाने के बाद, उनका डर है कि आसाराम और उसके समर्थक उनकी जिंदगी को और भी कठिन बना देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जमानत मिलने से आसाराम के मन में यह विश्वास पैदा होगा कि वह अब और ज्यादा दवाब बना सकता है, जो कि पहले भी उसके समर्थक उनके परिवार के खिलाफ करते आ रहे हैं। 

 पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि पहले भी आसाराम को वीआईपी ट्रीटमेंट मिला था, और अब उसकी जमानत को लेकर उन्होंने न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठाया। उनका मानना है कि आसाराम को जमानत मिलना न्याय के साथ अन्याय है, और उन्हें जेल में ही रहकर इलाज करवाना चाहिए था। उन्होंने कोर्ट से यह अपील की कि आसाराम को जमानत न दी जाए और उसके इलाज के लिए कस्टडी का ही सहारा लिया जाए। इसके अलावा, पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि अगर आसाराम जेल से बाहर आता है, तो वह उनके परिवार के खिलाफ षड्यंत्र रचने और हमला करवाने की कोशिश करेगा। उनका कहना था कि आसाराम के समर्थक पहले से ही उनके खिलाफ भड़काए गए हैं और अब उसकी जमानत मिलने से स्थिति और भी बिगड़ सकती है। 

इस संदर्भ में पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट से यह आग्रह किया कि जमानत को रद्द किया जाए और आसाराम का इलाज जेल कस्टडी में ही किया जाए, ताकि उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।