भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के पूर्व सांसद और दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई एक विवादास्पद टिप्पणी पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और इसे लेकर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रियंका गांधी, जो केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद हैं, ने बिधूड़ी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे पूरी तरह से बेतुका और निरर्थक करार दिया। उन्होंने इस बयान को एक फिजूल की बात बताया और कहा कि इस प्रकार की टिप्पणियों का कोई महत्व नहीं है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि दिल्ली चुनाव में जनता को असल मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए, न कि इस प्रकार की निराधार टिप्पणियों पर समय बर्बाद करना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "यह बयान बहुत ही बेतुका है।" इसके साथ ही उन्होंने बिधूड़ी के बयान पर तंज करते हुए हंसते हुए कहा, "उन्होंने अपने गालों के बारे में बात नहीं की, यह बड़ा दिलचस्प है।" यह टिप्पणी कांग्रेस नेता ने बिधूड़ी के विवादित बयान के संदर्भ में की, जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को लेकर अनावश्यक रूप से आलोचना की थी।
गौरतलब है कि रमेश बिधूड़ी का बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार बनाए जाने के ठीक अगले दिन वायरल हो गया था, जिसमें उन्होंने कालकाजी क्षेत्र की सड़कों को प्रियंका गांधी के गालों जैसा बनाने की बात की थी। उनका यह बयान लालू यादव के पुराने बयान का संदर्भ था, जब लालू यादव ने अभिनेत्री हेमा मालिनी के बारे में कुछ इसी प्रकार की टिप्पणी की थी।
हालांकि, बिधूड़ी के बयान को लेकर विवाद बढ़ने पर उन्होंने खेद जताया और कहा कि उनका इरादा किसी को अपमानित करने का नहीं था। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि अगर उनके बयान से किसी को दुख पहुंचा है तो वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं।
लेकिन बिधूड़ी का खेद व्यक्त करने के कुछ ही देर बाद, उन्होंने आतिशी को लेकर एक और विवादित टिप्पणी की, जिससे उनकी स्थिति और भी विवादास्पद हो गई। इस बार आम आदमी पार्टी (आप) ने बिधूड़ी के बयान को दिल्ली की महिलाओं का अपमान बताते हुए इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 'आप' ने बिधूड़ी के बयान को बहुत ही अपमानजनक बताते हुए जनता से उनसे जवाब मांगने की अपील की है और यह कहा कि इस प्रकार के बयान किसी भी समाज के लिए उचित नहीं हैं। पार्टी ने बिधूड़ी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
प्रियंका गांधी के बयान और बिधूड़ी के विवाद के बाद यह सवाल उठ रहा है कि चुनावी माहौल में इस तरह की टिप्पणियां कितनी उपयुक्त हैं, जब जनता को असल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।