पटना के गांधी मैदान में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर द्वारा किया जा रहा आमरण अनशन अब प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। पटना के जिलाधिकारी, चंद्रशेखर सिंह ने हाल ही में इस अनशन को लेकर अहम बयान दिया। उन्होंने इसे गैर-कानूनी बताते हुए प्रशासनिक कार्रवाई की चेतावनी दी। डीएम ने कहा कि पटना हाई कोर्ट के आदेश के तहत धरना और प्रदर्शन के लिए विशेष रूप से गर्दनीबाग को निर्धारित किया गया है, और वहां प्रदर्शन करने के लिए सभी राजनीतिक दलों को अनुमति प्राप्त करनी पड़ती है। इसके अलावा, गांधी मैदान में इस प्रकार के धरनों की कोई परंपरा नहीं रही है क्योंकि यह एक प्रतिबंधित क्षेत्र है।
चंद्रशेखर सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि गांधी मैदान में रैली या जुलूस के आयोजन के लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति ली जाती है, लेकिन धरना देने की कोई अनुमति नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह तथ्य कि प्रशांत किशोर गांधी मैदान में सार्वजनिक स्थान पर धरना देने का दावा कर रहे हैं, गलत है और प्रशासन इस मामले में सख्ती से कदम उठाएगा। प्रशासन ने पहले ही प्रशांत किशोर को नोटिस जारी किया है और चेतावनी दी है कि यदि वे अपना अनशन खत्म नहीं करते हैं और गांधी मैदान खाली नहीं करते, तो उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने इस मामले में विशेष ध्यान आकर्षित करते हुए यह भी कहा कि पटना जिले में इस समय परीक्षा आयोजित की जा रही है, और यह प्राथमिकता है कि परीक्षा प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि री-एग्जाम के बाद इस मामले में प्रशासन उचित निर्णय लेगा। डीएम ने कहा कि गांधी मैदान एक सार्वजनिक स्थल है और इस पर उचित व्यवस्था बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है, विशेषकर जब ऐसे आयोजन बिना प्रशासन की अनुमति के हो रहे हों।