बिहार में राजनीतिक हलचल के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव पर कटाक्ष किया है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने की अटकलों पर जवाब देते हुए कहा, "ऐसी बातों में कोई दम नहीं है, ये मुंगेरी लाल के हसीन सपने ही रहेंगे।" फडणवीस ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सभी घटक दल एकजुट हैं, और विपक्षी दलों की एनडीए के बीच बिखराव की कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी।
लालू यादव के बयान पर फडणवीस की प्रतिक्रिया
लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के दरवाजे हमेशा खुले हैं। फडणवीस ने इस बयान पर पलटवार करते हुए इसे महज काल्पनिक बयान करार दिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अक्सर पाला बदलने को लेकर आलोचकों के निशाने पर रहते हैं। पिछली बार उन्होंने एनडीए छोड़कर लालू प्रसाद यादव की पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन किया था। हालांकि, कुछ महीनों बाद उन्होंने एक बार फिर भाजपा के साथ सरकार बनाने का निर्णय लिया। नीतीश कुमार कई बार यह कह चुके हैं कि उन्होंने दो बार गलतियां की थीं, और अब वे भाजपा के साथ ही बने रहेंगे।
बिहार विधानसभा का सियासी समीकरण
बिहार विधानसभा में फिलहाल कुल 243 सीटें हैं, जिनमें बहुमत के लिए 122 सीटें चाहिए। सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा के पास 78 विधायक हैं, जबकि नीतीश कुमार की जदयू के पास 45 सीटें हैं। इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' के चार विधायक और एक निर्दलीय विधायक भी सरकार का समर्थन करते हैं। विपक्षी खेमे में लालू यादव की पार्टी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके पास 79 विधायक हैं। इसके अलावा, कांग्रेस के 19, भाकपा (माले) के 12, भाकपा और माकपा के दो-दो विधायक और मजलिस के एक विधायक भी विपक्षी खेमे में शामिल हैं।