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Delhi: केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी से जोड़ा अडानी कनेक्शन, बिजली मामले में किया बड़ा खुलासा
04 Dec 2024
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में अपनी गिरफ्तारी को एक नया आयाम दिया है। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा में दावा किया कि उन पर दिल्ली की बिजली व्यवस्था अडानी को सौंपने का दबाव डाला गया था, लेकिन उन्होंने इसे स्पष्ट रूप से नकार दिया। उन्होंने संदेह जताया कि उनकी गिरफ्तारी का कारण यही हो सकता है।
'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने विधानसभा में खुलासा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए उन पर दिल्ली की बिजली कंपनियों को अडानी समूह को हस्तांतरित करने का दबाव था। उन्होंने अडानी समूह पर बिजली की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाते हुए उदाहरण दिया कि गुजरात में 2021 में जहां बिजली की दर 2.83 रुपए प्रति यूनिट थी, वहीं 2022 में अडानी समूह ने इसे बढ़ाकर 8.83 रुपए कर दिया, क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है।
केजरीवाल ने सदन में कहा, 'आज मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री रहते मुझ पर दिल्ली की बिजली कंपनियों को अडानी को सौंपने का दबाव था। अगर मैंने ऐसा किया होता, तो दिल्ली के लोग बिजली का खर्च वहन नहीं कर पाते। बिजली इतनी महंगी हो जाती कि न तो सरकार सब्सिडी दे पाती और न ही लोग अपनी कमाई से बिल भर पाते। मैंने साफ मना कर दिया। आज मुझे लगता है कि शायद यही मेरी गिरफ्तारी का कारण हो सकता है।'
केजरीवाल ने चेतावनी दी कि यदि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी तो बिजली कंपनियां अडानी को सौंप दी जाएंगी और बिजली की दरें बढ़ा दी जाएंगी। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, 'चुनाव से पहले घोषणा करो कि तुम अडानी को बिजली कंपनियां नहीं दोगे। अगर भूलवश भी भाजपा की सरकार बन गई, तो पहली ही कैबिनेट बैठक में ये बिजली कंपनियां अडानी को सौंप देंगे। इससे दिल्ली में बिजली का उपयोग करना मुश्किल हो जाएगा और लोगों की पूरी तनख्वाह बिजली के बिल में ही चली जाएगी।'