वायनाड से लोकसभा के लिए उपचुनाव लड़ रही प्रियंका गांधी 4 लाख से भी ज्यादा वोटों से आगे चल रही है। यानी यह तो साफ है कि प्रियंका गांधी वायनाड से लोकसभा में आए रही है। प्रियंका गांधी का यह पहला चुनाव है, और उन्होंने अपने पहली चुनाव में है अपने भाई राहुल गांधी को जीत के अंतर में पीछे छोड़ दिया है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर 3.65 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। वायनाड से अन्य उम्मीवार प्रियंका गांधी से बहुत पीछे चल रहे हैं।
वायनाड में वोटों का गणित
चुनाव आयोग के अनुसार, वायनाड लोकसभा उपचुनाव में वोटों की छह घंटे की गिनती के बाद प्रियंका गांधी ने 6 लाख 22 हजार से ज्यादा वोट अपने पक्ष में कर ली है। वहीं, दूसरे नंबर पर सीपीआई उम्मीदवार हैं, जिन्हें 211407 वोट मिले हैं। वायनाड से प्रियंका गांधी यूडीएफ की उम्मीदवार है। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी यूडीएफ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाला एक गठबंधन है। जो सिर्फ केरल में मौजूद है।
इसके बाद, तीसरे नंबर पर बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास को 109939 वोट मिले हैं। प्रियंका द्वारा हासिल की गई बढ़त पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा कि उन्हें इस साल अप्रैल में होने वाले लोकसभा चुनावों में अपने भाई राहुल गांधी से अधिक वोट मिलेंगे और वह रिकॉर्ड अंतर से जीतेंगी।
रेड्डी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "मतगणना के दिन एक आश्चर्यजनक पहला रुझान केरल के वायनाड में हमारी नेता प्रियंका गांधी जी के लिए भारी शुरुआती बढ़त है। वायनाड के लोग निश्चित रूप से आज जीत के अंतर को बड़ा करने जा रहे हैं और प्रियंका जी शानदार जीत के साथ संसदीय शुरुआत करेंगी।" वहीं, आईयूएमएल सुप्रीमो पनक्कड़ सादिक अली शिहाब थंगल ने कहा कि रुझानों के अनुसार, प्रियंका को राहुल से अधिक वोट मिलेंगे और उन्हें मिलने वाले वोटों की संख्या उनके भाई से अधिक होगी।
गौर करने वाली बात है कि राहुल गांधी ने साल 2019 में केरल की वायनाड और यूपी की अमेठी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था। तब वायनाड में राहुल की बड़ी जीत हुई थी। उन्होंने उस दौरान 431770 वोटों से वायनाड का चुनाव जीता था। इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी राहुल ने रायबरेली और वायनाड सीट से चुनाव लड़ा। दोनों जगह जीतने के बाद उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी। यहां पर उनका मार्जिन कम होकर 364422 आ गया था। पार्टी ने उपचुनाव में प्रियंका गांधी को वायनाड से उम्मीदवार बनाया और अब नतीजों में वे बड़ी जीत की ओर बढ़ रही हैं।