भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की अमेरिका में परेशानी बढ़ गई है। अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन(SEC) ने अडानी पर रिश्वत लेने और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। SEC ने अडानी पर आरोप लगाया है कि गौतम अडानी ने अमेरिकी निवेशकों के साथ धोखा किया है। अडानी के अलावा अमेरिका ने ग्रुप के कई सदस्यों पर भी आरोप लगाए हैं। बुधवार को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान अडानी समेत आठ लोगों पर अरबों की रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस(USAO) ने कहा कि भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (करीब 2110 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं।
मामले पर अमेरिकी अभियोजकों ने कहा कि गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी सहित आठ अन्य लोगों ने 20 वर्षों में 2 बिलियन डॉलर का लाभ वाला, कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। SEC ने अपने आरोपों में कहा है कि धोखाधड़ी करने वालों ने गौतम अडानी को निजी तौर पर नुमरो ऊनो और द बिग मैन कोड नामों से संबोधित किया। वहीं सागर अडानी ने कथित तौर पर रिश्वत की जानकारी लेने के लिए सेलफोन का इस्तेमाल किया। मीडिया प्लेटफॉर्म रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी और सागर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है। इस मामले को लेकर अडानी ग्रुप ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
कांग्रेस ने अडानी-मोदी को घेरा
मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने मोदी और अडानी को घेरा। कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “अमेरिका में कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए अडानी ने 2,200 करोड़ रुपए की घूस दी। जब इस मामले की जांच होने लगी तो जांच रोकने की साजिश भी रची गई। अब अमेरिका में अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है।” कांग्रेस ने आगे मोदी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस लगातार अडानी और इससे जुड़े घोटालों की जांच कराने का जिक्र कर रही है। लेकिन नरेंद्र मोदी पूरी ताकत से अडानी को बचाने में लगे हैं, जिसकी वजह साफ है अडानी की जांच होगी तो हर कड़ी नरेंद्र मोदी से जुड़ेगी।
हिंडनबर्ग ने भी लगाए थे आरोप
इससे पहले अमेरिका रिसर्च फार्म हिंडनबर्ग ने भी अडानी ग्रुप पर आरोप लगाए थे। जनवरी 2023 में गौतम अडानी की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर लाने की घोषणा की। 27 जनवरी 2023 को इस ऑफर को खुलना था, लेकिन उससे ठीक पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए। जिसके बाद 25 जनवरी तक ग्रुप के शेयरों मार्केट वैल्यू करीब 12 बिलियन डॉलर कम हो गई।