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मणिपुर में भाजपा विधायकों की सीएम बीरेन को हटाने की माँग, पीएम मोदी को लिखा पत्र

 18 Oct 2024

मणिपुर में हिंसा के बीच खुद भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह को हटाने की मांग की है। इस मांग को विपक्ष पहले ही उठा रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर में सत्तारूढ़ भाजपा के 19 विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीएम एन.बीरेन सिंह को हटाने की मांग की है। इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत सिंह, मंत्री थोंगम विश्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद सिंह शामिल हैं। यह पत्र मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद आया है, जिसमें मीतेई, कुकी और नागा विधायक शामिल हुए थे। सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ पार्टी के पांच विधायकों ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र सौंपा था।


स्थिति को देखते हुए सीएम को हटाना जरूरी

पीएम को लिखे पत्र में विधायकों ने मणिपुर को लेकर चिंता व्यक्त की है। पत्र में कहा गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने और नागरिकों की दुर्दशा को कम करने की क्षमता पर लोग सवाल उठा रहे हैं। अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला तो मतदाता अपने प्रतिनिधियों से इस्तीफा देने का आग्रह कर रहे हैं। पत्र में कहा गया, “हम भाजपा के उत्साही समर्थक हैं और लोगों से जनादेश प्राप्त करने के बाद मणिपुर को बचाने के साथ-साथ राज्य में भाजपा को पतन से बचाने की जिम्मेदारी महसूस करते हैं।”

पत्र में विधायकों ने इस बात पर जोर दिया कि मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रहे संघर्ष और झगड़े को देखते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री को हटाना ही एकमात्र समाधान है। पत्र में लिखा गया कि केवल सुरक्षा बलों की तैनाती से लगातार हो रही हिंसा का समाधान नहीं होगा। अगर अधिक लंबे समय तक इस तरह का संघर्ष चलता रहा तो अपूरणीय क्षति और एक राष्ट्र के रूप भारत की छवि खराब होगी। विधायकों ने सुलह और शांति को बढ़ावा देने के लिए बातचीत और सार्थक भागीदारी की वकालत की। उन्होंने वार्ता में बाधा डालने वाले महत्वपूर्ण कारकों की जांच करने का आग्रह किया और चर्चा के लिए अनुकूल माहौल बनाने हेतु कार्रवाई करने का आह्वान किया। पत्र में कहा गया है कि इन तथ्यों के मद्देनजर हम मणिपुर की सुरक्षा के लिए सभी हितधारकों के साथ शांति वार्ता शुरू करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग करते हैं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।

मंगलवार को हुई थी बैठक

मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय की निमंत्रण पर मैतेई, कुकी और नगा समुदायों के 20 विधायक दिल्ली पहुंचे थे। पहले इनकी बैठक गृह मंत्रालय में होनी थी, लेकिन बाद में आईबी के ऑफिस ले जाया गया। यहां आईबी के पूर्वोत्तर के संयुक्त निदेशक राजेश कांबले, पूर्वोत्तर में भाजपा के समन्वयक संबित पात्रा और अन्य मौजूद थे। पहले कुकी, फिर मैतेई और बाद में नगा नेताओं से बात की गई। सभी ने अपनी-अपनी मांगें केंद्र के समक्ष रखी। बैठक में कुकी नेताओं ने कुछ प्रमुख मांग की। जिसमें केंद्र सरकार मणिपुर की लीडरशिप बदले यानी सीएम एन बीरेन सिंह को हटाए और कुकी इलाकों में अलग प्रशासन हो जैसी मांगे शामिल थी।