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हरियाणा में ब्राह्मण, यादव ने बीजेपी पर जताया भरोसा तो जाट, मुस्लिम ने कांग्रेस पर- सीएसडीएस सर्वे

 11 Oct 2024

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में सफल हुई। भाजपा को मिली जीत के बाद पार्टी जश्न में डूबी हुई है, तो कांग्रेस हार की समीक्षा में लगी हुई है। इस बीच हरियाणा चुनाव को लेकर लोकनीति-सीएसडीएस ने एक सर्वे जारी किया है। इस सर्वे से यह समझने की कोशिश की जा सकती है कि हरियाणा में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार कैसे हुई। सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक, ब्राह्मण, यादव, अन्य ओबीसी और दलित वोटर्स ने बीजेपी को जमकर वोट दिए। वहीं जाट, जाटव और मुस्लिम ने कांग्रेस पर भरोसा जताया।


सर्वे के मुताबिक, 28 फीसदी जाट ने बीजेपी को वोट दिया जबकि 53 फीसदी ने कांग्रेस पर भरोसा जताया। 19 फीसदी ने अन्य दलों के पक्ष में वोट किया। वहीं, 51 फीसदी ब्राह्मण ने बीजेपी को, 31 फीसदी ने कांग्रेस को, दो फीसदी ने बीएसपी-आईएनएलडी को और 16 फीसदी ने अन्य को वोट दिया। पंजाबी खत्री में 68 फीसदी ने बीजेपी पर भरोसा जताया। वहीं 18 फीसदी ने कांग्रेस को वोट किया। 14 फीसदी का वोट अन्य के खाते में गया। अन्य ऊंची जाति के मतदाताओं में 59 फीसदी ने बीजेपी को और 22 फीसदी ने कांग्रेस को वोट किया। जबकि 19 फीसदी ने अन्य दलों को अपना समर्थन दिया।

44 फीसदी गुर्जर जाति ने कांग्रेस को वोट दिया। 37 फीसदी ने बीजेपी को वोट किया। जबकि 19 फीसदी ने अन्य दलों का साथ दिया। यादव वोटर्स में 62 फीसदी ने बीजेपी को और 25 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया। 13 फीसदी ने अन्य को वोट किया। अन्य ओबीसी में 47 फीसदी ने बीजेपी को और 32 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया। 21 फीसदी ने अन्य दलों पर विश्वास जताया।

सर्वे के मुताबिक, 50 फीसदी जाटव ने कांग्रेस को वोट दिया। वहीं 35 फीसदी ने बीजेपी को वोट दिया। 15 फीसदी ने अन्य दलों पर भरोसा जताया। दिलचस्प है कि इनमें से मात्र 6 फीसदी ने बीएसपी-आईएनएलडी गठबंधन को वोट दिया। जबकि आम तौर पर जाटव वोटर्स हिंदी हार्टलैंड में बसपा को वोट करते रहे हैं। अन्य एससी वर्ग में 33 फीसदी ने कांग्रेस को और 45 फीसदी ने बीजेपी को वोट दिया। जबकि 22 फीसदी ने अन्य दलों पर भरोसा जताया। अगर मुस्लिम वोटरों की बात की जाए तो 59 फीसदी ने कांग्रेस को वोट किया। 7 फीसदी ने बीजेपी को और 34 फीसदी ने अन्य दलों पर भरोसा जताया।

इसके अलावा सर्वे में लोगों की राय भी जानने की कोशिश की गई। जिसमें महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण पर  लगाए जाने वाले आरोप, जाट-गैर जाट का मुद्दा, महिला सुरक्षा और कांग्रेस के अंदरूनी कलह जैसे सवालों के जवाब मांगे गए। सर्वे के मुताबिक, लोग भाजपा सरकार से काम से आम तौर पर संतुष्ट दिखे। जो भाजपा को सरकार में वापस लाने के लिए उपयोगी रहा। मुख्यमंत्री पद के लिए पसंदीदा उम्मीदवार के रूप में मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से थोड़े आगे थे। महिला पहलवान के मुद्दे को लेकर ज्यादातर लोगों ने माना की भाजपा सरकार ने इस मामले में उचित कार्रवाई की।