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हरियाणा: चुनाव में हार के ड़र से ‘प्लान-12’ पर काम कर रही बीजेपी, कांग्रेस बड़ी चुनौती

 16 Sep 2024

हरियाणा का मौसम पूरी तरह से चुनावी माहौल में ढ़ल चुका है। अगले महीने यानी पाँच अक्टूबर को प्रदेश में विधानसभा के चुनाव है। प्रदेश में कांग्रेस दावा कर रही है कि इस बार वे बीजेपी को हराने जा रहे है। हरियाणा के लोग बदलाव चाहते है, और वह कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना चुके है। दूसरी तरफ़, सत्ता में रही बीजेपी की स्थिति 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव की तुलना में कमज़ोर मानी जा रही है, लेकिन पार्टी अपनी तरफ़ से पूरा प्रयास कर रही है कि वह सरकार बनाने के लिए जरुरी 90 में से 46 सीटों पर जीत हासिल कर पाए। इसके लिए बीजेपी अपने बिगड़े समीकरणों को साधने में लग चुकी है। इसी के तहत बीजेपी ने ‘प्लान-12’ तैयार किया है। प्लान के तहत दक्षिण हरियाणा की 12 सीटों पर पकड़ मज़बूत बनाने के लिए तैयारी चल रही है।


दक्षिण हरियाणा को बीजेपी ने ख़ास मकसद के तहत चुना है। दरअसल, दक्षिण हरियाणा को अहीरवाल बेल्ट कहा जाता है, और यहाँ जाटों की संख्या प्रदेश के अन्य हिस्सों के मुक़ाबले कम है। बीजेपी की नीति यह है कि अगर हरियाणा के बाकी हिस्सों से उसे झटका लगता है तो वह उसकी क्षतिपूर्ति दक्षिण हरियाणा की सीटें जीतकर कर सके। इसके लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से लोकसभा सांसद राव इंद्रजीत सिंह को ज़िम्मेदारी सौपी है। ख़बरों के अनुसार, राव खुद चुनाव की रणनीति बना रहे है।

दक्षिण हरियाणा ऐसा क्षेत्र है, जहां यादवों की अच्छी खासी संख्या है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, अटेली, महेंद्रगढ़ जैसे इलाकों में यादव बहुसंख्यक हैं, यह आमतौर पर यादवों की ही सीट मानी जाती है। इसके अलावा ब्राह्मणों की भी इस बेल्ट में अच्छी खासी संख्या है। इस बेल्ट में जाटों की संख्या तो है, लेकिन वैसी नहीं है जैसी संख्या पानीपत, सोनीपत, झज्जर, कैथल, रोहतक, सिरसा और हिसार में है। जाट समुदाय की बीजेपी के साथ नाराज़गी किसी से छुपी नहीं है, कई कारणों में से एक कारण यह भी है कि पार्टी गैर- जाट आबादी अधिक ध्यान दे रही है। वहीं, उत्तर हरियाणा में करनाल, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र से भी भाजपा को अपनी जीत की उम्मीदें हैं।

कांग्रेस भी हरियाणा के चुनावों में किसी भी तरह की ढ़िलाई नहीं दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने राज्य में कांग्रेस की जीत तय करने के लिए कमान संभाली हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को हरियाणा चुनाव के लिए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सांसद अजय माकन और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को एआईसीसी का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।


इंद्रजीत को कमान

ख़बरों के अनुसार, यादव समाज के बड़े नेता इंद्रजीत राव को अहीरवाल बेल्ट में प्लान बनाने की पूरी आज़ादी दे दी गयी है। इसी बेल्ट की अटेली सीट से राव की बेटी आरती राव को भी चुनाव में उतारा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि राव इंद्रजीत की सिफारिश पर ही इस इलाके में टिकटों का वितरण किया गया है। हालांकि एक चिंता यह भी जताई जा रही है कि कहीं राव इंद्रजीत का फोकस अपनी बेटी की अटेली सीट पर ही न रह जाए।