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जाति देख कर आरोपित मंगेश यादव का एनकाउंटर किया गया - अखिलेश यादव

 07 Sep 2024

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक ज्वेलरी शॉप में डकैती का आरोपित और एक लाख़ के इनामी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सियासी पारा उफ़ान पर है। मंगेश की बहन ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। बहन ने बताया कि सोमवार रात 2 बजे क़रीब पुलिस वाले सादी में और घर की तलाशी कर मंगेश को उठा कर ले गये। तलाशी में पुलिसवालों को कुछ नहीं मिला। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार पर जातिवादी होने का आरोप लगाया है। अखिलेश ने कहा कि पुलिस ने दूसरे आरोपित सचिन सिंह को केवल गोली ऐसे जग़ह मारी, जिससे वह मर न सके। जबकि मंगेश का एनकाउंटर जाति देख कर किया गया। सरकार ने एनकाउंटर को सही ठहराते हुए कहा है कि यह कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी था। सरकार का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की गई है और एनकाउंटर पूरी तरह से वैध है।


एनकाउंटर को लेकर पुलिस की थ्योरी है कि आरोपितों की दबिश करने के दौरान उनकी तरफ़ से पहली गोली चली, इसके बाद पुलिस की तरफ़ से जवाबी कार्रवाई की गयी। कार्रवाई में सचिन सिंह घायल हो गया, और मंगेश की मृत्यु हो गयी। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील गजेंद्र सिंह यादव ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मामला दर्ज कराया है। गजेंद्र ने पुलिस विभाग को छोड़कर अन्य उच्चस्तरीय संस्था से जांच कराने की मांग की है।


अखिलेश के आरोप


सपा प्रमुख ने दावा किया आरोपी मंगेश यादव की गलत तरीके से हत्या की गई। जबकि मामले का मुख्य आरोपी पहले ही सरेंडर कर चुका है। अखिलेश यादव ने लिखा, “लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सजातीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जाति’ देखकर जान ली गयी।” यादव ने आगे कहा कि नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है।


राजभर बोले- अखिलेश को सिर्फ एक जाति दिखाई देती है


सुभासपा प्रमुख और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस आत्मरक्षा के लिए क्या फूल बरसाएगी? आत्मरक्षा के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ेगी। गोली चलेगी तो फायरिंग करने वाला मारा ही जायेगा। अखिलेश को सिर्फ एक जाति दिखाई देती है। हम लोगों को 6743 जाति दिखाई दे रही है। सत्ता पक्ष सबका साथ सबका विकास करने का काम करता है।


28 अगस्त को क्या हुआ था? 

28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर में चौक क्षेत्र के ठठेरी बाजार में भरत जी सराफ के यहां दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी। बदमाशों ने महज कुछ ही मिनट में ये डकैती की थी और मौके से भाग निकले थे। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों की जानकारी देने वालों को इनाम देने की घोषणा की थी। एसटीएफ को बदमाशों के बारे में जैसे ही सूचना मिली, पुलिस ने दबिश करनी शुरू कर दी। जिस दौरान मंगेश की एनकाउंटर में मौत हो गयी।