
भारत-अमेरिका तनाव का असर, रुपया 29 पैसे फिसला, डॉलर के मुकाबले ₹87.95 पर
मंगलवार(5 अगस्त 2025) को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 29 पैसे कमजोर होकर 87.95 पर पहुंच गया। यह गिरावट सोमवार के बंद स्तर 87.66 के मुकाबले दर्ज की गई। विदेशी मुद्रा डीलरों ने बताया है कि अमेरिका द्वारा भारत पर उच्च टैरिफ लगाने की चेतावनी के चलते रुपये पर दबाव बना हुआ है जो इस सप्ताह भी जारी रह सकता है।
भारत-अमेरिका तनाव: ट्रंप की भारत को चेतावनी
भारतीय रुपये की गिरावट की प्रमुख वहज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बाताय जा रहा है। ट्रंप ने सोमवार को भारत पर रूस से तेल आयात जारी रखने को लेकर भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी दी। अमरीकी राष्ट्रपति ने भारत पर आरोप लगाया कि वह रूसी तेल सस्ते में खरीदकर मुनाफे पर बेच रहा है जो अमेरिका के हितों के खिलाफ है। अमेरिका की इस चेतावनी पर भारत सरकार ने पलटवार किया और अमेरिका से सभी आरोपों को ख़ारिज कर दिया।
सोमवार देर रात विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूस से तेल आयात इसलिए बढ़ाया क्योंकि पारंपरिक आपूर्तियाँ यूरोप की ओर मोड़ दी गई थीं। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका ने खुद वैश्विक ऊर्जा बाजार को स्थिर बनाए रखने के लिए भारत को इस दिशा में प्रोत्साहित किया था। भारत का कहना है कि रूस से तेल आयात का मकसद घरेलू उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा की लागत को किफायती बनाए रखना है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.04% बढ़कर 98.81 पर पहुंच गया। वहीं, घरेलू शेयर बाजारों में भी गिरावट देखी गई — सेंसेक्स 200.40 अंक गिरकर 80,818.32 पर और निफ्टी 58.90 अंक टूटकर 24,663.80 पर पहुंचा। बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने सोमवार को 2,566.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिक्री की। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव भी 0.28% गिरकर 68.57 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
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